Hundred | हंड्रेड | Web Series Review
निर्देशन : रूचि नारायण, आशुतोष शाह और ताहिर शब्बीर
निर्मिता : रूचि नारायण, आशुतोष शाह और ताहिर शब्बीर
कथा : अभिषेक दुबे, रूचि नारायण, आशुतोष शाह
जेनर (शैली) : एक्शन कॉमेडी
हंड्रेड (Hundred) यह कहानी नेत्रा पाटील (रिंकू राजगुरू) जो एक मध्यम वर्ग की महराष्ट्रीयन लडकी कि और ए. सी. पी. सौम्या शुक्ला (लारा दत्ता) कि है, दोनो की जीवन शैली और दोनो के जिंदगी के समस्याए अलग है पर जब दोनो भिन्न परिस्थितीयो और वर्गो से आने के बावजूद जब दोनो अपने अपने निजी उद्देश्य को हासील करने हेतू जब एक साथ आती है तब निर्माण होने वाली परीस्थीथीयो पर यह कहानी आधारित है| यह शृंखला पुरी तरह से काल्पनिक कहानी और किरदारो पर आधारित है| शृंखला में दोनो की जुगलबंदी के चलते निर्माण होने वाले व्यंग और पेंच आपका भरपूर मनोरंजन कर सकते है|
शृंखला के पहले भाग के पहले दृश्य में ही नेत्रा पाटील का किरदार निभा रही रिंकू राजगुरू बहुचर्चित मराठी फिल्म सैराट के दबंग स्टाईल में नझर आ रही है| नेत्रा का एक सपना स्विट्जरलैंड जाने का भी है| नेत्रा पाटील जो एक सरकारी नोकरी पर है और जनगणना विभाग में डेटा ऑपरेटर है| लेकीन उसे इस उबाऊ और निरस काम में जैसे महारत हासील है और उसे यह काम बखुबी आता है| दुसरी और उसकी निजी जिंदगी अगर उसके प्रेमी अनिकेत को छोड दे तो कूछ भी दिलचस्प नही है, और उसके घर के हालात भी काफी निरस है| ऐसे में नेत्रा कही न कही अंदर से उदास है, और वह खुलकर जिना चाहती है| ईस शृंखला में कहानी की शुरवात में ही नेत्रा को उसे ब्रेन ट्यूमर होने कि और उसके अलावा उसके पास जिंदगी के सिर्फ १०० दिन बचे होने कि बात पता चलती है, और वह अपने बचे हुए सौ दिन अपने हिसाब से जिने का ठान लेती है| ईसी बीच दुसरी और ए. सी. पी. सौम्या शुक्ला (लारा दत्ता) जो कें एक काबील पुलिस अफसर है| अपने वरिष्ठो और पारिवारीक परेशानियो और चुनौतियो के बीच अपने आपको साबित करने की होड में लगी हूई है, जो अपने वरिष्ठो के काम में बाधाओ और दबाव से आने वाली परेशानियो के कारनवश कोई भी काम अंजाम तक ले जा पाने में असमर्थ होती है|
हंड्रेड (Hundred) शृंखला में दोनो भिन्न किरदारो का संगम कहानी को एक अलग स्तर पर ले जाता है, साथ ही में दर्शको का उत्साह बढाता है| शृंखला में मंझे हुए कलाकारो कि पुरी फौज होने कारन कही पर भी अभिनय के स्तर पर कोई कमी दिखाई नही देती| रिंकू राजगुरू ने (Rinku Rajguru) अपना दबंग अंदाज बखुबी निभाया है, और दर्शक भी इसे काफी हद तक पसंद कर रहे है| लारा दत्ता ने भी अपने फिल्मी करियर के सफर में हुए अभिनय के अनुभव का दर्शन काफी सहजता से दर्शाया है| इन दोनो किरदारो के अलावा आपको करण वाही जोके मनोहर दहिया उर्फ मैडी के रूप में, जयंत गडेकर जोके दिवाकर असोले के रूप में, मकरंद देशपांडे जोके सत्तू चाचा के रूप में, अरुन नलावडे जोके मामा के रूप में और सुयश झुंझुरके जोके अनिकेत के रूप में है, आपको काफी पसंद आएंगे| रिंकू राजगुरू, लारा दत्ता के साथ में छोटेसे किरदार में रहे मकरंद देशपांडे सत्तू चाचा और खासकर सुयश झुंझुरके नेत्रा पाटील के प्रेमी के रूप में अपनी छाप छोडते नझर आते है|
शृंखला की शुरवात से अंत तक यह व्यंग और मनोरंजन को बनाए रखने में सफल रही है| अगर शृंखला की शैली के हिसाब से देखे तो निर्देशन बहुत अच्छा है, साथ में कथा पटकथा को भी मनोरंजन के हिसाब से रचा गया है, जो के संतुलित है| अभिनय की बात हम कर ही चुके है और संवाद कहानी के हिसाब से सही है| अगर आप मनोरंजन के लिहाज से देखें तो हंड्रेड (Hundred) भरपूर मनोरंजन से भरी हुई सिरीज है| आप इसे मनोरंजन के लिए अवश्य देख सकते है|